सन् 1857 की क्रांति सहित कई राष्ट्रीय आंदोलनों और विद्रोहों के बाद आखिरकार भारतीय स्वतंत्रता सेनानी (Freedom fighters of india) 15 अगस्त 1947 को भारत को ब्रिटिश आधिपत्य से आजाद कराने में सफल हुए।
भारत के स्वतंत्रता संग्राम में महात्मा गांधी, लाल बहादुर शास्त्री, भगत सिंह, जवाहरलाल नेहरू, बाल गंगाधर तिलक, लाला लाजपत राय, चंद्रशेखर आज़ाद, मंगल पांडे और झांसी की रानी लक्ष्मी बाईं जैसे कई भारतीय स्वतंत्रता सेनानियों (Indian freedom fighters) ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
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भारत को ब्रिटिश शासन से मुक्त कराने के लिए विभिन्न पृष्ठभूमि के कई स्वतंत्रता सैनानी (Freedom fighters) देश में उपनिवेशवाद को समाप्त करने के लिए एकजुट हुए। उन्होंने सशस्त्र क्रांति और अहिंसक प्रतिरोध सहित विभिन्न तरीकों को अपनाया, जिनमें से सभी ने भारत की अंततः स्वतंत्रता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
कई जाने-माने और गुमनाम स्वतंत्रता सैनानियों (Freedom fighters of india) ने भी भारत की आज़ादी के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया। उनके सामूहिक प्रयासों और बलिदानों के फलस्वरूप आज प्रतिवर्ष आजादी का जश्न मनाया जाता है।
इस लेख में भारतीय स्वतंत्रता सैनानियों के चित्र सहित नाम (Freedom fighters of india images with names), उनके योगदान (Freedom fighters of india & their contribution), कोट्स और नारे (Quotes & slogans), चार्ट (freedom fighters of india chart) और महत्वपूर्ण भारतीय महिला स्वतंत्रता सैनानियों की सूची (female freedom fighters of india) दी गई है।
Freedom fighters of India | भारत के स्वतंत्रता सेनानी
सन् 1757 में प्लासी के युद्ध के पश्चात भारत में ईस्ट इंडिया कंपनी का शासन प्रभावी हो गया था। लेकिन भारतीय स्वतंत्रता सैनानी (Freedom fighters of india) अब ईस्ट इंडिया कंपनी के अधीन गुलाम बनकर जीना नहीं चाहते थे। परिणामस्वरूप अलग-अलग पृष्ठभूमियों से ताल्लुक रखने वाले स्वतंत्रता सैनानियों ने एकजुट होकर भारत की आज़ादी के लिए संघर्ष करना शुरू कर दिया।
सर्वप्रथम बड़े स्तर पर स्वतंत्रता संग्राम की शुरुआत सन् 1857 में हुई। सन् 1857 की क्रांति के पश्चात ब्रिटिश सरकार ने प्रशासन ईस्ट इंडिया कंपनी से अपने हाथों में ले लिया। सन् 1858 से 1947 तक भारत में लगभग 89 वर्षों तक ब्रिटिश आधिपत्य रहा।
भारत के स्वतंत्रता संग्राम का इतिहास असंख्य स्वतंत्रता सेनानियों की वीरता और बलिदान से भरा पड़ा है। इन व्यक्तियों ने भारत की स्वतंत्रता की रक्षा के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया।
भारतीय स्वतंत्रता सैनानियों के बलिदान (Freedom fighters of india & their contribution) की कहानियां आज भी लोगों को सही और निष्पक्ष चीज़ों के लिए लड़ने के लिए प्रेरित करती हैं। नीचे भारत के कुछ प्रमुख स्वतंत्रता सैनानियों की सूची दी गई है:
सुभाष चंद्र बोस | भगत सिंह |
चंद्रशेखर आजाद | मंगल पांडे |
बालगंगाधर तिलक | जवाहर लाल नेहरू |
लाला लाजपत राय | सरदार वल्लभभाई पटेल |
रानी लक्ष्मीबाई | विनायक दामोदर सावरकर |
सरोजिनी नायडू | रामप्रसाद बिस्मिल |
भिकाजी कामा | लाल बहादुर शास्त्री |
बेगम हजरत महल | डा. राजेन्द्र प्रसाद |
चितरंजन दास | खुदीराम बोस |
भीमराव अम्बेडकर | महात्मा गांधी |
List of freedom fighters & their contribution | भारत के स्वतंत्रता सेनानियों की सूची और उनका योगदान
नीचे सन् 1857-1947 तक भारत के स्वतंत्रता सैनानियों के नाम और उनके योगदानों की सूची दी गई है:
स्वतंत्रता सेनानियों के नाम | योगदान |
महात्मा गांधी | इन्हे राष्ट्रपिता और बापू के नाम से जाना जाता है। वह दक्षिण अफ्रीका में नागरिक अधिकार कार्यकर्ता थे। चंपारण आंदोलन, ख़िलाफत आंदोलन, असहयोग आंदोलन, नमक आंदोलन, भारत छोड़ो आंदोलन आदि प्रमुख राष्ट्रीय आंदोलनो का नेतृत्व किया। वह भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष भी थे। |
बालगंगाधर तिलक | इन्हे लोकमान्य के नाम से भी जाना जाता है। वह भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के गर्म दल के नेताओं में से एक थे। वह ऑल इंडिया होम रूल लीग के संस्थापक थे। सर्वप्रथम इन्होंने ही स्वराज और संविधान निर्माण के बारे कहा। इन्होंने गणेशोत्सव और शिवाजी उत्सव समारोह की शुरुआत की। |
चंद्रशेखर आजाद | इन्हे आजाद, बलराज, ठाकुर साहब के नाम से भी जाना जाता है। इन्होंने भगतसिंह के साथ मिलकर हिंदुस्तान रिपब्लिकन एसोसिएशन (एचआरए) को पुनर्गठित किया। लाला राजपत राय की मौत का बदला लेने के लिए शिवराम राजगुरु , सुखदेव थापर और भगत सिंह के साथ मिलकर पुलिस अधीक्षक जॉन पी. सॉन्डर्स की गोली मारकर हत्या कर दी। |
मंगल पांडे | वह 34वीं बंगाल नेटिव इन्फैंट्री (बीएनआई) रेजिमेंट में एक सिपाही पद पर कार्यरत थे। इन्होंने 1857 की क्रांति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। |
भगत सिंह | इन्हें शेर-ए-पंजाब के नाम से भी जाना जाता है। इन्होने शिवराम राजगुरु , सुखदेव थापर और चंद्रशेखर आजाद के साथ मिलकर पुलिस अधीक्षक जॉन पी. सॉन्डर्स की गोली मारकर हत्या कर दी। वह भारत के सबसे युवा और प्रभावशाली क्रांतिकारियों में से एक थे। वह जतिन दास के साथ भूख हड़ताल में शामिल हुए और भारतीय कैदियों के लिए बेहतर जेल स्थितियों की मांग की। काकोरी षड्यंत्र। इन्होंने बटुकेश्वर दत्त के साथ विधानसभा कक्ष में बम फेंके थे। |
सुभाष चंद्र बोस | इन्हें नेताजी के नाम से भी जाना जाता है। वह भारतीय राष्ट्रीय सेना के द्वितीय नेता बने। वह भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। इन्होंने अंडमान और निकोबार द्वीप समूह पर स्वतंत्र भारत की एक अस्थायी सरकार की घोषणा की और अस्थायी सरकार की अध्यक्षता की। |
विनायक दामोदर सावरकर | इन्हें वीर सावरकर के नाम से भी जाना जाता है। वह स्वतंत्रता सेनानी, समाजसुधारक, इतिहासकार, राजनेता तथा विचारक थे। इन्होंने अभिनव भारत नामक एक क्रान्तिकारी संगठन की स्थापना की। वह अखिल भारतीय हिन्दू महासभा के अध्यक्ष पद के लिए चुने गए। हिंदू राष्ट्रवादी दर्शन के सूत्रधार। |
रानी लक्ष्मीबाई | इन्होंने 1857 की क्रांति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और ब्रिटिश शासन के प्रतिरोध का प्रतीक बन गई। इन्हें मनु और मणिकर्णिका के नाम से भी जाना जाता है। |
सरदार वल्लभभाई पटेल | इन्हें भारत के लौह पुरुष के नाम से भी जाना जाता है। वह भारत के प्रथम उपप्रधानमंत्री और गृहमंत्री बने। इनके योगदान के लिए मरणोपरांत भारत रत्न से सम्मानित किया गया। इन्होंने सविनय अवज्ञा आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इन्होंने देशी रियासतों और ब्रिटिश आधिपत्य वाले राज्यों के भारत में एकीकरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। |
लाला लाजपत राय | इन्हें पंजाब केसरी के नाम से भी जाना जाता है। इन्होंने पंजाब नैशनल बैंक और लक्ष्मी बीमा कम्पनी की स्थापना की थी। वह भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के गरम दल लाल-पाल-बाल के नेताओं में से एक थे। इन्होंने साइमन कमीशन की विरोध प्रदर्शन में लाहौर का नेतृत्व किया था। |
जवाहर लाल नेहरू | इन्हें चाचा नेहरू के नाम से भी जाना जाता है। इनके जन्मदिवस को बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है। इन्होंने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष पदभार संभाला। इन्होंने कांग्रेस के लाहौर अधिवेशन में पूर्ण स्वराज की मांग रखी। इन्होंने अंतरिम सरकार के प्रमुख का पदभार संभाला। इन्होंने संविधान सभा की तीसरी बैठक के दौरान आधुनिक संविधान की प्रस्तावना की नींव उद्देश्य प्रस्ताव को प्रस्तुत किया। इन्होंने भारत के प्रथम प्रधानमंत्री का पदभार ग्रहण किया। |
बेगम हजरत महल | इन्हें अवध की बेगम के नाम से भी जाना जाता है। इन्होंने सन्1857 की क्रांति के दौरान अन्य स्वतंत्रता सेनानियों के साथ मिलकर ईस्ट इंडिया कंपनी का विरोध किया था। वह अवध के नवाब वाजिद अली शाह की दूसरी पत्नी थीं। |
लाल बहादुर शास्त्री | इन्होंने भारत के दूसरे प्रधानमंत्री के रूप में पदभार संभाला। इन्होंने भारत के गृहमंत्री और विदेश मंत्री के रूप में भी पदभार संभाला था। इन्होंने असहयोग आंदोलन, नमक आंदोलन और भारत छोड़ो आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। |
रामप्रसाद बिस्मिल | मैनपुरी षड्यन्त्र व काकोरी-काण्ड में शामिल। वह एक स्वतंत्रता सेनानी के साथ-साथ कवि, शायर, अनुवादक, बहुभाषाभाषी, इतिहासकार व साहित्यकार भी थे। वह प्रमुख संगठन हिन्दुस्तान रिपब्लिकन ऐसोसिएशन के सदस्य थे। |
भिकाजी कामा | इन्होंने जर्मनी में हुई सातवीं अंतर्राष्ट्रीय सोशलिस्ट कांग्रेस में भारत के प्रथम तिरंगा राष्ट्रध्वज को फहराया था। |
सरोजिनी नायडू | इन्होंने अनेक राष्ट्रीय आंदोलनों का नेतृत्व किया और दांडी मार्च जैसे राष्ट्रीय आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इन्होंने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष का पदभार संभाला। वह आजादी के पश्चात उत्तर प्रदेश की पहली राज्यपाल बनी। |
भीमराव अम्बेडकर | इन्हें बाबा साहेब अंबेडकर के नाम से भी जाना जाता है। वह भारतीय बहुज्ञ, विधिवेत्ता, अर्थशास्त्री, राजनीतिज्ञ, और समाज सुधारक थे। इन्होंने दलितों से छुआछूत और सामाजिक भेदभाव के खिलाफ आंदोलन चलाए। इन्होंने मजदूर वर्ग, किसान वर्ग और महिलाओं के अधिकारों का समर्थन किया। वह स्वतंत्र भारत के प्रथम विधि एवं न्याय मन्त्री, भारतीय संविधान के जनक एवं भारत गणराज्य के निर्माताओं में से एक थे। वह भारतीय संविधान सभा की प्रारूप समिति के अध्यक्ष भी थे। इन्हें राष्ट्र के प्रति योगदान के लिए भारत रत्न से सम्मानित किया गया। वह शेड्युल्ड कास्ट फेडरेशन, स्वतंत्र लेबर पार्टी, भारतीय रिपब्लिकन पार्टी, बहिष्कृत हितकारिणी सभा जैसे संगठनों से जुड़े हुए थे। |
डा. राजेन्द्र प्रसाद | इन्होंने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। वह भारतीय संविधान सभा के स्थाई अध्यक्ष बने। वह स्वतंत्र भारत के प्रथम राष्ट्रपति बने। इन्हें अपने कार्यों और राष्ट्र के प्रति योगदान के लिए भारत रत्न से सम्मानित किया गया है। |
चितरंजन दास | वह भारतीय नेता, राजनीतिज्ञ, वकील, कवि, पत्रकार तथा भारतीय स्वतंत्रता आन्दोलन के प्रमुख नेता थे। इन्होंने असहयोग आंदोलन जैसे राष्ट्रीय आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इन्होंने स्वराज दल की स्थापना की। |
एनी बेसेंट | इन्होंने बाल गंगाधर तिलक के साथ मिलकर ऑल इंडिया होम रूल लीग की स्थापना की। वह आयरलैंड की थियोसोफिकल सोसायटी की सदस्य थी। इन्होंने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की पहली महिला अध्यक्ष के रूप में पदभार संभाला। इन्होंने न्यू इंडिया अखबार की स्थापना की। |
अशफाक उल्ला खान | वह भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के स्वतंत्रता सेनानी थे। यहां काकोरी कांड में शामिल थे। इन्होंने राम प्रसाद बिस्मिल, चंद्रशेखर आजाद जैसे क्रांतिकारियों के साथ मिलकर हिन्दुस्तानी सोशिलिस्ट रिपब्लिकन एसोसिएशन की स्थापना की। |
बिपिन चंद्र पाल | वह एक भारतीय स्वतंत्रता सेनानी तथा भारत में क्रान्तिकारी विचारों के जनक थे। यह भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के गरम दल के नेता लाल बाल पाल में से एक है। इन्होंने परिदर्शक, बंगाल पब्लिक ओपिनियन, लाहौर ट्रिब्यून, द न्यू इंडिया जैसी कई पत्रिकाओं का संपादन कार्य भी किया। |
अरुणा आसफ अली | यह भारतीय स्वतंत्रता सेनानी थीं। इन्होंने भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान मुंबई के ग्वालिया टैंक मैदान में झंडा फहराया था। इन्हें दिल्ली नगर निगम की प्रथम महापौर के रूप में चुना गया। इन्हें पद्म विभूषण और मरणोपरांत भारत रत्न से सम्मानित किया गया। |
तांत्या टोपे | इन्होंने सन् 1857 की क्रांति के दौरान महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इन्होंनें रानी लक्ष्मी बाई के साथ मिलकर अंग्रेजों के लड़ाई लड़ी। |
नाना साहेब | इन्होंने 1857 की क्रांति के दौरान महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इन्होंने प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के दौरान अंग्रेजों के विरुद्ध कानपुर का नेतृत्व किया। |
Female freedom fighters of India | भारतीय महिला स्वतंत्रता सेनानी
रानी लक्ष्मीबाई और सरोजिनी नायडू जैसी साहसी महिलाओं ने सामाजिक मानदंडों को चुनौती दी और ब्रिटिश शासन के खिलाफ लड़ाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनकी बहादुरी और समर्पण ने महिलाओं की भावी पीढ़ियों के लिए भारत की आज़ादी की लड़ाई में सक्रिय रूप से भाग लेने का मार्ग प्रशस्त किया।
यहां भारत की प्रमुख महिला स्वतंत्रता सैनानियों की सूची दी गई है:
महिला स्वतंत्रता सेनानी | परिचय |
सरोजिनी नायडू | जन्म: 13 फ़रवरी 1879 हैदराबाद, आंध्र प्रदेश। अनेक राष्ट्रीय आंदोलनों का नेतृत्व किया और भारत छोड़ो आंदोलन, दांडी मार्च जैसे राष्ट्रीय आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की अध्यक्ष। उत्तर प्रदेश की पहली राज्यपाल। पति: श्री मुत्तयला गोविंदराजुलु नायडु मृत्यु: मार्च 2, 1949, इलाहाबाद, उत्तर प्रदेश। |
रानी लक्ष्मी बाई | जन्म: 19 नवम्बर 1828 वाराणसी। सन् 1857 की क्रांति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और ब्रिटिश शासन के प्रतिरोध का प्रतीक बन गई। इन्हें मनु और मणिकर्णिका के नाम से भी जाना जाता है। पति: झाँसी नरेश महाराज गंगाधर राव नेवालकर। मृत्यु: 17-18th जून 1858 |
अरुणा आसफ अली | जन्म: 16 जुलाई 1909, कालका, पंजाब। भारतीय स्वतंत्रता सेनानी थीं। भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान मुंबई के ग्वालिया टैंक मैदान में झंडा फहराया। दिल्ली नगर निगम की प्रथम महापौर। पद्म विभूषण और मरणोपरांत भारत रत्न से सम्मानित। मृत्यु: 29 जुलाई 1996, दिल्ली |
एनी बेसेंट | जन्म: 1 अक्टूबर 1847, लंदन। होम रूल लीग आंदोलन में भाग लिया। आयरलैंड की थियोसोफिकल सोसायटी की सदस्य। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की पहली महिला अध्यक्ष। न्यू इंडिया अखबार की संस्थापक। भारतीय स्वतंत्रता सैनानी। मृत्यु: 20 सितम्बर 1933, मद्रास। |
कस्तूरबा गांधी | जन्म: 11 अप्रैल 1869 पोरबंदर, गुजरात। बा के नाम से विख्यात। राष्ट्रीय आंदोलनो में गांधी जी के साथ सक्रिय रूप से भाग लिया। भारतीय स्वतंत्रता सैनानी। पति: महात्मा गांधी (मोहनदास करमचंद गांधी) मृत्यु: 22 फ़रवरी 1944, पुणे, महाराष्ट्र। |
भीखाजी कामा | जन्म: 24 सितंबर 1861 बॉम्बे, ब्रिटिश भारत। जर्मनी में हुई सातवीं अंतर्राष्ट्रीय सोशलिस्ट कांग्रेस में भारत के प्रथम तिरंगा राष्ट्रध्वज को फहराया। भारतीय स्वतंत्रता सैनानी। उनके सहयोगी उन्हें ‘भारतीय क्रांति की माता’ मानते थे। मृत्यु: 13 अगस्त 1936 |
कमला नेहरू | जन्म: 1 अगस्त 1899, दिल्ली। पति: जवाहर लाल नेहरू। भारतीय स्वतंत्रता सैनानी। असहयोग आंदोलन जैसे कई अन्य राष्ट्रीय आंदोलनो में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। मृत्यु: 28 फरवरी 1936 |
विजयलक्ष्मी पंडित | जन्म: 18 अगस्त 1900, इलाहाबाद पति: रणजीत सिताराम पण्डित प्रथम महिला भारतीय कैबिनेट मंत्री। संयुक्त राष्ट्र महासभा की अध्यक्ष बनने वाली वह विश्व की पहली महिला। मृत्यु: 1 दिसम्बर 1990 |
Top 10 freedom fighters of India | भारत के शीर्ष 10 स्वतंत्रता सेनानी
नीचे भारत के शीर्ष 10 स्वतंत्रता सैनानियों की सूची दी गई है:
2.महात्मा गांधी (मोहनदास करमचंद गांधी)
- जन्म: 2 अक्टूबर 1869, पोरबंदर, गुजरात
- इन्हें राष्ट्रपिता और बापू के नाम से भी जाना जाता है।
- पत्नी: कस्तूरबा गांधी
- मृत्यु: 30 जनवरी 1948
प्रमुख आंदोलन:
- चंपारण आंदोलन
- खिलाफत आंदोलन
- असहयोग आंदोलन
- नमक सत्याग्रह (सविनय अवज्ञा आंदोलन)
- भारत छोड़ो आंदोलन
3.भगत सिंह
- जन्म: 28 सितम्बर 1907, जिला लायलपुर, पंजाब (अब पाकिस्तान में)
- नौजवान भारत सभा की स्थापना की।
- राजगुरु के साथ मिलकर सहायक पुलिस अधीक्षक अंग्रेज़ अधिकारी सांडर्स को मारा।
- बटुकेश्वर दत्त के साथ मिलकर दिल्ली स्थित ब्रिटिश भारत की तत्कालीन सेण्ट्रल एसेम्बली के सभागार संसद भवन में हम फेंकें।
- नौजवान भारत सभा का हिन्दुस्तान रिपब्लिकन ऐसोसिएशन में विलय करके नाम बदलकर हिन्दुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन एसोसिएशन रखा गया।
- मृत्यु: 23 मार्च 1931, फांसी देकर।
4.चंद्र शेखर आजाद
- जन्म: 23 जुलाई 1906, भाबरा गाँव (वर्तमान अलीराजपुर जिला)
- हिदुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन एसोसिएशन-के प्रमुख नेता
- राम प्रसाद बिस्मिल के नेतृत्व में काकोरी काण्ड किया।
- लाहौर में लाला लाजपत राय की मौत का बदला लेने के लिए भगत सिंह के साथ सॉण्डर्स की हत्या।
- दिल्ली में असेम्बली में बम फेंका।
- मृत्यु: 27 फ़रवरी 1931, खुद को गोली मारकर।
5.बाल गंगाधर तिलक
- जन्म: 23 जुलाई 1856, रत्नागिरी जनपद, महाराष्ट्र
- मूल नाम: केशव गंगाधर तिलक
- सर्वप्रथम इन्होंने भारतीय संविधान निर्माण और स्वराज की मांग रखी।
- केसरी नामक मराठी पत्रिका का संपादन किया।
- भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के गरम दल के नेता (लाल बाल पाल)।
- होम रूल लीग की स्थापना की।
- गणेश उत्सव तथा शिवाजी उत्सव समारोह मनाना प्रारंभ किया।
- मृत्यु: 1 अगस्त 1920, मुम्बई, महाराष्ट्र।
6.पंडित जवाहर लाल नेहरू
- जन्म: 14 नवंबर 1889, प्रयागराज।
- इन्हें चाचा नेहरू के नाम से भी जाना जाता है।
- भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष।
- कांग्रेस के लाहौर अधिवेशन में पूर्ण स्वराज की मांग रखी।
- अंतरिम सरकार के प्रमुख।
- भारत के प्रथम प्रधानमंत्री।
- भारत रत्न से सम्मानित।
- मृत्यु: 27 मई 1964, दिल्ली।
7.अरुणा आसफ़ अली
- जन्म: 16 जुलाई 1909, कालका, पंजाब।
- भारतीय स्वतंत्रता सेनानी थीं।
- भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान मुंबई के ग्वालिया टैंक मैदान में झंडा फहराया।
- दिल्ली नगर निगम की प्रथम महापौर।
- पद्म विभूषण और मरणोपरांत भारत रत्न से सम्मानित।
- मृत्यु: 29 जुलाई 1996, दिल्ली
8.सरदार वल्लभभाई पटेल
- जन्म: 31 अक्टूबर 1875, नडियाद, बंबई प्रेसीडेंसी।
- भारत के लौह पुरुष।
- भारत के प्रथम उपप्रधानमंत्री।
- भारत के प्रथम गृहमंत्री।
- मरणोपरांत भारत रत्न से सम्मानित।
- खेड़ा आंदोलन, बारडोली सत्याग्रह और सविनय अवज्ञा आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
- भारत में एकीकरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
- मृत्यु: 15 दिसंबर 1950, मुंबई।
9.डा. राजेन्द्र प्रसाद
- जन्म: 3 दिसम्बर 1884, सारण, बिहार।
- भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष।
- भारतीय संविधान सभा के स्थाई अध्यक्ष।
- स्वतंत्र भारत के प्रथम राष्ट्रपति।
- भारत रत्न से सम्मानित।
- मृत्यु: 28 फ़रवरी 1963, पटना, बिहार।
10.भीमराव अंबेडकर
- जन्म: 14 अप्रैल 1891महू, मध्य प्रांत।
- इन्हें बाबा साहेब अंबेडकर के नाम से भी जाना जाता है।
- भारतीय बहुज्ञ, विधिवेत्ता, अर्थशास्त्री, राजनीतिज्ञ और समाज सुधारक थे।
- दलितों से छुआछूत और सामाजिक भेदभाव के खिलाफ आंदोलन चलाए।
- मजदूर वर्ग, किसान वर्ग और महिलाओं के अधिकारों का समर्थन किया।
- स्वतंत्र भारत के प्रथम विधि एवं न्याय मन्त्री।
- भारतीय संविधान के जनक एवं भारतीय संविधान सभा की प्रारूप समिति के अध्यक्ष।
- भारत रत्न से सम्मानित।
- शेड्युल्ड कास्ट फेडरेशन, स्वतंत्र लेबर पार्टी, भारतीय रिपब्लिकन पार्टी, बहिष्कृत हितकारिणी सभा जैसे संगठनों के सदस्य।
- मृत्यु: 6 दिसम्बर 1956
Quotes & slogans by freedom fighters of india
नीचे भारतीय स्वतंत्रता सैनानियों द्वारा दिए गए प्रमुख नारे और कोट्स दिए गए हैं:
- एक सच्चे और वीर सैनिक को सैन्य और आध्यात्मिक दोनों ही प्रशिक्षण की जरूरत होती है- नेता जी सुभाष चन्द्र बोस।
- तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा – सुभाष चंद्र बोस।
- आराम, हराम है- जवाहर लाल नेहरू।
- सरफ़रोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है – रामप्रसाद बिस्मिल।
- सारे जहां से अच्छा हिन्दुस्तां हमारा- मोहम्मद इकबाल।
- इंकलाब जिंदाबाद – शहीद भगत सिंह।
- दुश्मनों की गोलियों का हम डटकर सामना करेंगे, आज़ाद हैं, आज़ाद ही रहेंगे- चन्द्रशेखर आज़ाद।
- स्वराज मेरा जन्म सिद्ध अधिकार है – बाल गंगाधर तिलक।
- भारतीय एकता का मुख्य आधार इसकी संस्कृति ही है, इसका उत्साह कभी भी नहीं टूटा और यही इसकी सबसे बड़ी खासियत है। भारतीय संस्कृति अक्षुण्ण है, क्योंकि भारतीय संस्कृति की धारा निरंतर बहती रहती है, और हमेशा बहती रहेगी – मदन मोहन मालवीय।
- सत्यमेव जयते – पंडित मदन मोहन मालवीय।
- अब भी जिसका खून न खौला खून नहीं वो पानी है…जो ना आए देश के काम वो बेकार जवानी है- चन्द्रशेखर आज़ाद।
- हिन्दी, हिन्दू और हिन्दुस्तान – भारतेन्दु हरिश्चन्द्र।
- मेरा रंग दे बसंती चोला,माय रंग दे बसंती चोला- सुखदेव।
- मेरे शरीर पर पड़ी एक-एक चोट ब्रिटिश सम्राज्य के ताबूत की कील बनेगी– लाला लाजपत राय।
- अगर लोगों को स्वराज और सच्चा लोकतंत्र हासिल करना है , तो वे इसे कभी असत्य और हिंसा के द्धारा प्राप्त नहीं कर सकते हैं- लाल बहादुर शास्त्री।
- आलसी व्यक्तियों के लिए भगवान कभी अवतार नहीं लेते, वे हमेशा मेहनती व्यक्ति के लिए ही अवतरित होते हैं , इसलिए काम करना शुरु करें – बाल गंगाधर तिलक।
- पहले तो वो आप पर बिल्कुल ध्यान नहीं देंगे, और फिर वो आप पर जमकर हंसेंगे, फिर वो आप से लड़ेंगे और फिर आप जीत जाएंगे – राष्ट्रपिता, महात्मा गांधी।
- करो या मरो – महात्मा गांधी
- विजयी विश्व तिरंगा प्यारा, झंडा ऊंचा रहे हमारा– श्याम लाल गुप्ता।
- आज़ादी मिलती नहीं है बल्कि इसे छीनना पड़ता है- सुभाष चंद्र बोस।
Freedom fighters of india images with names
Top 100 freedom fighters of India | भारत के शीर्ष 100 स्वतंत्रता सैनानी
नीचे भारत के शीर्ष 100 स्वतंत्रता सैनानियों की सूची दी गई है:
अमरेन्द्रनाथ चटर्जी | अरुणा आसफ अली |
अशफाकउल्ला खान | बाल गंगाधर तिलक |
बिपिन चंद्र पाल | चंद्रशेखर आजाद |
दादाभाई नौरोजी | खुदीराम बोस |
जवाहर लाल नेहरू | अनंत मराल शास्त्री |
अनंत लक्ष्मण कान्हेरे | लाला लाजपत राय |
मौलवी लियाकत अली | बंकिम चंद्र चटर्जी |
मधुसूदन दास | मंगल पांडे |
अब्दुल बारी | राम प्रसाद बिस्मिल |
चितरंजन दास | झाँसी की रानी |
रासबिहारी बोस | एस सत्यमूर्ति |
सरदार वल्लभभाई पटेल | सरोजिनी नायडू |
भगत सिंह | शिवराम राजगुरु |
शाह नवाज खान | उधम सिंह |
जाकिर हुसैन | विनायक दामोदर सावरकर |
कल्पना दत्त | अब्बास तैयबजी |
महात्मा गांधी | वासुदेव बलवंत फड़के |
सुभाष चंद्र बोस | चौधरी सत्यनारायण |
आबादी बानो बेगम | सुब्रमण्यम भारती |
अल्लू रामलिंगैया | अनंत सिंह |
पेरिन चंद्रा | एकराम रसूल |
बटुकेश्वर दत्त | अब्दुल कय्यूम अंसारी |
सरला देवी | दिनेश गुप्ता |
फखरुद्दीन अली अहमद | सूर्य सेन |
जतीन्द्र नाथ दास | अलीमुद्दीन अहमद |
एम. फारूकी | भगत सिंह |
धीरन चिन्नमलाई | अरुणा आसफ अली |
अजय घोष | एनी बेसेंट |
देशबंधु गुप्ता | भवभूषण मित्र |
अंबिका चक्रवर्ती | बेगम हजरत अली |
जी. सुब्रमण्यम अय्यर | तात्या टोपे |
पूरन चंद जोशी | अतुलकृष्ण घोष |
अब्दुल गफ्फार खान | नाना साहेब |
गणेश दामोदर सावरकर | भीमराव अंबेडकर |
बीपी कोइराला | अल्लूरी सीताराम राजू |
अहमदुल्ला शाह | दुर्गावती देवी |
हुसैन अहमद मदनी | भूपेन्द्रनाथ दत्त |
महबूब अली बेग साहब बहादुर | भीकाजी कामा |
बीना दास | बरिन्द्र कुमार घोष |
मीराबेन | राजेन्द्र प्रसाद |
भगवती चरण वोहरा | सरदार वल्लभभाई पटेल |
सुरेश चंद्र मिश्र | दादाभाई नौरोजी |
मोतीलाल नेहरू | बाल गंगाधर तिलक |
सेठ हरचन्द्राय विशनदास | बादल गुप्ता |
राम नारायण चौधरी | लाल बहादुर शास्त्री |
राजा राम मोहन राय | सावित्रिभाई फुले |
हेमू कालानी | विजयलक्ष्मी पंडित |
बाघा जतिन | कस्तूरबा गांधी |
कुँवर सिंह | कमला नेहरू |
ताराबेन प्रेमचंद | किट्टू रानी चेन्नम्मा |
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Conclusion
इस लेख में हमने भारत के शीर्ष स्वतंत्रता सैनानियों (freedom fighters of india in hindi) को सूचीबद्ध किया है और साथ ही उनके बलिदान और योगदान पर प्रकाश डाला है। इस लेख में भारत के प्रमुख स्वतंत्रता सैनानियों (famous freedom fighters of india) के साथ साथ भारत की महिला स्वतंत्रता सैनानियों (female freedom fighters of india) की सूची भी दी गई है। उम्मीद है कि आपको यह पोस्ट पसंद आया होगा। ऐसे ही भारत के इतिहास से संबंधित अन्य लेख पढ़ने के Iq दुनिया के साथ जुड़े रहे और अधिक से अधिक अपने साथियों के साथ शेयर करें।
FAQs related to freedom fighters of India
भारत के शीर्ष 10 स्वतंत्रता सेनानी कौन कौन है?
सरदार वल्लभ भाई पटेल
महात्मा गांधी
लाल बहादुर शास्त्री
जवाहरलाल नेहरू
लाला लाजपत राय
बाल गंगाधर तिलक
मंगल पांडे
सुभाष चंद्र बोस
भगत सिंह
चंद्रशेखर आजाद
भारत का प्रथम स्वतंत्रता सेनानी कौन है?
मंगल पांडे को भारत का प्रथम स्वतंत्रता सेनानी कहा जाता है। मंगल पांडे भारत के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के अग्रदूत माने जाते हैं।
भारत की प्रथम महिला स्वतंत्रता सेनानी कौन थी?
मेडम भीकाजी भारत की आजादी से जुड़ी पहली महिला स्वतंत्रता सेनानी थीं। इन्होंने जर्मनी में हुई सातवीं अंतर्राष्ट्रीय सोशलिस्ट कांग्रेस में भारत के प्रथम तिरंगा राष्ट्रध्वज को फहराया।
भारत का सबसे बड़ा राष्ट्रीय आंदोलन कौनसा है?
भारत छोड़ो आंदोलन को भारत का सबसे बड़ा राष्ट्रीय आंदोलन है। इसमें लाखों लोगों ने भाग लिया था और इस आंदोलन का नेतृत्व महात्मा गांधी ने किया था। Read more